सलमान खान के फैन तो बहुत सारे हैं, HAPPY BIRTHDAY SALMAN KHAN मगर आपने इस शख्स के जैसा जबरा फैन शायद ही देखा होगा। इस शख्स को सलमान खान बहुत पसंद है और वह बीते 4 सालों से उनसे मिलने के लिए नए-नए तरीके ढूंढता रहता है। पिछले चार सालों से वह सलमान से मिलने के लिए तरह-तरह के स्टंट कर रहा है। इस बार वह उनसे मिलने के लिए साइकिल से 1100 किलोमीटर का सफर तय कर रहा है।
साधारण साइकिल पर रवाना हुआ फैन
बता दें, 27 दिसंबर को सलमान खान का जन्मदिन है और समीर सलमान से मिलकर उन्हें बधाई देना चाहते हैं। समीर ने साइकिल से मुंबई जाने की पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। वहीं, गुरुवार को समीर साइकिल से मुंबई के लिए रवाना हुए। समीर एक साधारण साइकिल पर रवाना हुए हैं। उन्होंने साइकल पर बैटरी लगवाई जिससे स्पीकर, लाइट और फोन चला सके। इन सबकी मदद से वह अपने सफर को मनोरंजक बना पाएंगे।
पलकों पर लिखवाया सलमान खान का नाम
ठंड के इस मौसम में महज 5 दिनों में समीर को 1100 किलोमीटर का सफर तय करना है, जो काफी बड़ी चुनौती वाला काम है। समीर ने अपना लक्ष्य तय कर लिया है तो वह इसे करके ही मानेगें। दरअसल, समीर इससे पहले भी अपने जबरा फैन होने का उदाहरण पेश कर चुके हैं। 4 साल पहले उन्होंने अपनी पलकों पर सलमान खान का नाम लिखवाया था। यहीं नहीं उन्होंने अपने सीने पर सलमान खान की फिल्मों के नाम से लेकर उनकी तस्वीर का एक टैटू भी बनवाया है। HAPPY BIRTHDAY SALMAN KHAN
कुछ दिन पहले समीर ने अपने दाहिने हाथ पर सलमान की पसंदीदा तस्वीर का एक और टैटू भी बनवाया। अब वह सलमान से मिलने के लिए साइकिल से 1100 किलोमीटर का सफर तय करने निकले हैं। अब देखना यह है कि क्या समीर की सलमान से मिलने की यह ज़िद पूरी होती है या नहीं। उनकी मुलाकात सलमान से हो पाती है या नहीं। इस बारे में तो अब सलमान के बर्थडे यानी की 27 दिसंबर को ही पता चल सकेगा।
पटकथा लेखक सलीम खान और सुशीला चरक, जिन्होंने बाद में सलमा नाम लिया, की सबसे बड़ी संतान अलमन खान है। [20] 27 दिसंबर, 1965 को एक मुस्लिम पिता और एक हिंदू मां के जन्म के बाद खान का पालन-पोषण दोनों धर्मों में हुआ। जब 1980 में सलीम के माता-पिता अलग हो गए और उनके पिता ने अभिनेत्री हेलेन से शादी कर ली, तो उनके पिता के साथ बच्चों का संबंध बिगड़ गया और वर्षों बाद तक नहीं सुधरा। HAPPY BIRTHDAY SALMAN KHAN
सलमान खान के दादा-दादी अफगानिस्तान के अलाकोजई पश्तून थे जो उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य में इंदौर राज्य, इंदौर रेजीडेंसी (अब मध्य प्रदेश में), ब्रिटिश भारत [27] में आकर बस गए थे। ; हालाँकि, जसीम खान ने अभिनेता की अपनी जीवनी में दावा किया है कि उनके पूर्वज यूसुफजई पश्त के अकुजाई उप-जनजाति के थे।